हरिद्वार सिडकुल मैन्युफैक्चर एसोसिएशन और एमएसएमई द्वारा सिडकुल स्थित एक होटल में आयोजित हुए कार्यक्रम

*इन्तजार रजा
-हरिद्वार सिडकुल मैन्युफैक्चर एसोसिएशन और एमएसएमई द्वारा सिडकुल स्थित एक होटल में आयोजित हुए कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची सौर ऊर्जा सचिव रंजना राजगुरु ने उधमियों के साथ हुई बातचीत के बाद कहा केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से वर्ष 2027 तक 2500 मेगावाट सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। सौर ऊर्जा ऐसा क्षेत्र है, जिसकी मांग कभी नहीं घटेगी। अगर आप उत्पादन यूनिट हैं तो सोलर पैनल लगा सकते हैं। वित्तीय वर्ष में नेट मीटरिंग के लिए पोर्टल rooftop.gov.in पर आवेदन किया जा सकता है। प्रदेश सरकार ने नेट मीटरिंग के आवेदन के लिए समय सीमा नहीं रखी है।उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत तेजी से लोग विकास करें। जैसे-जैसे कार्यक्षेत्र बढ़ता है विकास के साथ सौर ऊर्जा की मांग भी काफी तेजी से बढ़ती है। इसलिए हम नवीकरणीय ऊर्जा का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। यह हम सबकी प्रतिबद्धता है, और हमें पर्यावरण के प्रति योगदान भी देना होगा। उन्होंने सिडकुल के उद्योगपतियों से कहा कि दिसंबर में इन्वेस्टर समिट भी है। उसमें ज्यादा से ज्यादा उद्यमी निवेश करें।
मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि हरिद्वार जिला अस्पताल, सामुदायिक केंद्र, प्राइमरी हेल्थ आदि सेंटरों पर सोलर प्लांट लगा दिए गए हैं। कलक्ट्रेट की बिल्डिंग में सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। उद्योगों के पास पहले ही बड़े पैमाने पर जमीन और बिल्डिंग है। बिजली की खपत भी सबसे ज्यादा होती है। अगर उद्यमियों ने इस नीति को अच्छे से समझ लिया और खपत के हिसाब से सोलर प्लांट लगा लेते हैं तो बिजली के दाम आधे हो जाएंगे।
उधमी जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य सौर ऊर्जा नीति 2023 में सरकार ने यह अपेक्षा जताई है कि दिसंबर 2027 तक प्रदेश में 2500 मेगावाट बिजली का उत्पादन इस परियोजना से होगा। इनसे सौर ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।