जीवनदीप आश्रम द्वारा प्रस्तावित महा रूद्र यज्ञ के निमित कलश यात्रा के लिए बैठक का आयोजन, आध्यात्मिक विकास के लिए आवश्यक है महा रूद्र यज्ञ – स्वामी यतींद्रानंद गिरी
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रुड़की/उत्तराखंड
रुड़की में प्रथम बार होने जा रहे महा रूद्र यज्ञ के निमित्त आज एक बैठक रुड़की स्थित होटल में आहुत की गई , बैठक की अध्यक्षता जीवनदीप आश्रम के महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी यतिंद्रानंद गिरी महाराज ने की, उन्होने कहा कि यह महायज्ञ रुड़की क्षेत्र में प्रथम बार होने जा रहा है इस यज्ञ में आहुति देने मात्र से भक्तजनों के कार्य सिद्ध हो जाते हैं, उन्होंने बताया कि यज्ञ आध्यात्मिक समृद्धि के साथ-साथ सामाजिक समृद्धि भी देते हैं यज्ञ समाज में एकता, सहयोग और सामूहिक संरचना को बढ़ावा देते हैं, उन्होंने यह भी बताया कि यज्ञ के माध्यम से प्राकृतिक संतुलन भी बना रहता है इसलिए सभी को जीवन में एक बार इस प्रकार के भव्य यज्ञ में प्रतिभाग करना चाहिए, बैठक में पहुंचे आचार्य रजनीश शास्त्री ने बताया कि यज्ञ में भाग लेने से भक्ति को कर्मदायी भावना का अनुभव होता है जो उसके सामाजिक और धार्मिक दायित्व को बढ़ाता है, इसलिए शास्त्रों में भी कहा गया है कि यज्ञ धार्मिक समृद्धि और अध्यात्मिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए कलश यात्रा में भाग लेने वाली महिलाओं को अश्वमेध यज्ञ के फल की प्राप्ति होती है,बैठक में महा रूद्र यज्ञ से पूर्व होने वाली कलश यात्रा के विषय में रुड़की क्षेत्र में रहने वाली महिला प्रमुखों से राय ली गई इस अवसर पर कलश यात्रा के लिए प्राथमिक जानकारी संजीव ग्रोवर और सौरव सिंघल ने दी, रोमा सैनी ने कलश यात्रा में प्रयोग होने वाले कलश की उपलब्धता के चर्चा की, पूजा नंदा ने कलश यात्रा में यात्रा मार्ग के विषय में महिलाओं को जानकारी दी , बैठक में भाग लेने वालों में किरन ग्रोवर,चंद्रकांता भास्कर, तृप्ति कंसल, गीता कार्की, मोहित भारद्वाज, पंकज नंदा, दीपशिखा, प्रिया पेगोवाल, डॉली, दीपा, प्रवेश, शशी जैन , आदि उपस्थित रहे